आज हर कोई चाहता है कि उसका दिमाग तेज हो ताकि वे हर जगह अपनी अलग पहचान बना सके। क्योंकि दिमाग हमारे शरीर को वो हिस्सा है जिसके संकेत के बिना शरीर का कोई भी अंग काम नहीं कर सकता। लेकिन कई बार बढ़ती उम्र, गलत आदतों, नशे और आवश्यक पोषक तत्वो की कमी आदि से याददाश्त कमजोर होने लगती है।
आइए जानें ऐसी कौन सी जड़ी-बूटियां है जिनको अपने आहार में शामिल करके आप आसानी से तेज दिमाग पा सकते हैं।
1. जटामांसी
जटामांसी औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी-बूटी है। यह दिमाग के लिए एक रामबाण औषधि है। यह याददाश्त को तेज करने की भी अचूक दवा है। एक चम्मच जटामासी को एक कप दूध में मिलाकर पीने से दिमाग तेज होता है।
2. बाह्मी
जड़ी-बूटी को दिमाग के लिए टॉनिक भी कहा जाता है। यह दिमाग को शांति प्रदान करती है और याद्दाश्त को मजबूत करने में भी मदद करती है। आधे चम्मच बाह्मी के पाउडर और शहद को गर्म पानी में मिलाकर पीने से दिमाग तेज होता है।
3. शंख पुष्पी
शंख पुष्पी दिमाग को बढ़ाने के साथ-साथ हमारी याद करने की क्षमता और सीखने की क्षमता को भी बढ़ाती है। दिमाग को तेज करने के लिए आधे चम्मच शंख पुष्पी को एक कप गरम पानी में मिला कर लें।
4. दालचीनी
दालचीनी सिर्फ गर्म मसाला ही नहीं, बल्कि एक जड़ी-बूटी भी है। यह दिमाग को तेज करने की बहुत अच्छी दवा है। रात को सोते समय नियमित रूप से एक चुटकी दालचीनी पाउडर को शहद के साथ मिलाकर लेने से डिेप्रेशन में राहत मिलती है और दिमाग तेज होता है।
5. हल्दी
यह सिर्फ खाने के स्वाद और रंग में ही इजाफा नहीं करती है, बल्कि दिमाग को भी स्वस्थ रखने में मदद करती है। हल्दी दिमाग के लिए बहुत अच्छी जड़ी-बूटी है। इसके नियमित सेवन से एल्जाइमर रोग नहीं होता है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में हुए शोध के अनुसार, हल्दी में पाया जाने वाला रासायनिक तत्व कुरकुमीन दिमाग की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को रिपेयर करने में मदद करता है
6. जायफल
गर्म तासीर वाले जायफल की थोड़ी मात्रा का सेवन करने से दिमाग तेज होता है। इसको खाने से आपको कभी एल्जाइमर यानी भूलने की बीमारी नहीं होती।
7. अजवाइन की पत्तियां
अजवाइन में भरपूर मात्रा में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट दिमाग के लिए एक औषधि की तरह काम करता है। खाने में सुगंध के अलावा शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद करती है।
8. तुलसी
तुलसी कई प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए एक जानी-मानी जड़ी बूटी है। इसमें मौजूद शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट हृदय और दिमाग में रक्त के प्रवाह में सुधार करता है। साथ ही इसमें पाई जाने वाली एंटी-इंफ्लेमेटरी अल्जाइमर जैसे रोग से सुरक्षा प्रदान करता हैं।
9. केसर
केसर का उपयोग खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ अनिद्रा और डिप्रेशन दूर करने वाली दवाओं में किया जाता है। इसके सेवन से दिमाग तेज होता है।
10. कालीमिर्च
दिमाग को स्वस्थ बनाए रखने के लिए काली मिर्च का उपयोग करें।काली मिर्च में पाया जाने वाला पेपरिन नामक रसायन शरीर और दिमाग की कोशिकाओं को आराम देता है। डिप्रेशन को दूर करने के लिए भी यह रसायन जादू सा काम करता है।
आइए जानें ऐसी कौन सी जड़ी-बूटियां है जिनको अपने आहार में शामिल करके आप आसानी से तेज दिमाग पा सकते हैं।
1. जटामांसी
जटामांसी औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी-बूटी है। यह दिमाग के लिए एक रामबाण औषधि है। यह याददाश्त को तेज करने की भी अचूक दवा है। एक चम्मच जटामासी को एक कप दूध में मिलाकर पीने से दिमाग तेज होता है।
2. बाह्मी
जड़ी-बूटी को दिमाग के लिए टॉनिक भी कहा जाता है। यह दिमाग को शांति प्रदान करती है और याद्दाश्त को मजबूत करने में भी मदद करती है। आधे चम्मच बाह्मी के पाउडर और शहद को गर्म पानी में मिलाकर पीने से दिमाग तेज होता है।
3. शंख पुष्पी
शंख पुष्पी दिमाग को बढ़ाने के साथ-साथ हमारी याद करने की क्षमता और सीखने की क्षमता को भी बढ़ाती है। दिमाग को तेज करने के लिए आधे चम्मच शंख पुष्पी को एक कप गरम पानी में मिला कर लें।
4. दालचीनी
दालचीनी सिर्फ गर्म मसाला ही नहीं, बल्कि एक जड़ी-बूटी भी है। यह दिमाग को तेज करने की बहुत अच्छी दवा है। रात को सोते समय नियमित रूप से एक चुटकी दालचीनी पाउडर को शहद के साथ मिलाकर लेने से डिेप्रेशन में राहत मिलती है और दिमाग तेज होता है।
5. हल्दी
यह सिर्फ खाने के स्वाद और रंग में ही इजाफा नहीं करती है, बल्कि दिमाग को भी स्वस्थ रखने में मदद करती है। हल्दी दिमाग के लिए बहुत अच्छी जड़ी-बूटी है। इसके नियमित सेवन से एल्जाइमर रोग नहीं होता है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में हुए शोध के अनुसार, हल्दी में पाया जाने वाला रासायनिक तत्व कुरकुमीन दिमाग की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को रिपेयर करने में मदद करता है
6. जायफल
गर्म तासीर वाले जायफल की थोड़ी मात्रा का सेवन करने से दिमाग तेज होता है। इसको खाने से आपको कभी एल्जाइमर यानी भूलने की बीमारी नहीं होती।
7. अजवाइन की पत्तियां
अजवाइन में भरपूर मात्रा में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट दिमाग के लिए एक औषधि की तरह काम करता है। खाने में सुगंध के अलावा शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद करती है।
8. तुलसी
तुलसी कई प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए एक जानी-मानी जड़ी बूटी है। इसमें मौजूद शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट हृदय और दिमाग में रक्त के प्रवाह में सुधार करता है। साथ ही इसमें पाई जाने वाली एंटी-इंफ्लेमेटरी अल्जाइमर जैसे रोग से सुरक्षा प्रदान करता हैं।
9. केसर
केसर का उपयोग खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ अनिद्रा और डिप्रेशन दूर करने वाली दवाओं में किया जाता है। इसके सेवन से दिमाग तेज होता है।
10. कालीमिर्च
दिमाग को स्वस्थ बनाए रखने के लिए काली मिर्च का उपयोग करें।काली मिर्च में पाया जाने वाला पेपरिन नामक रसायन शरीर और दिमाग की कोशिकाओं को आराम देता है। डिप्रेशन को दूर करने के लिए भी यह रसायन जादू सा काम करता है।
दिमाग तेज करने की दवा बनाने की विधि
आंवला, शंखपुष्पी, ब्राह्मी, गिलोय, जटामांसी, सब 50-50 ग्राम लेकर उसे कूट-पीसकर बारीक चूर्ण बना लें। एक चम्मच चूर्ण मधु, जल या आंवले के रस के साथ सुबह, दोपहर व शाम सेवन करें। कम उम्र के बच्चों को आधा चम्मच दें। यह टॉनिक सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए फायदेमंद व सुरक्षित है। यदि महिलाएं गर्भ काल के दौरान इसका सेवन करें तो पैदा होने वाला बच्चा हर प्रकार के मानसिक रोगों से मुक्त रहेगा
दादी-नानी के नुस्खे
बबूल का गोंद आधा किलो शुद्ध घी में तल कर निकाल लें और ठण्डे करके में बारीक पीस लें।
इसमें मिठास के लिए भरपूर मिश्री मिला लें।
250 ग्राम बीज निकाले हुए मुनक्केे और 100 ग्राम बादाम छिला हुआ बादाम लें
दोनों को खूब कूट पीसकर और गोंद-घी के पेस्ट में मिला दें।
सुबह नाश्ते के रूप में इसे दो चम्मच (बड़े) यानी लगभग 20-25 ग्राम मात्रा में खूब चबा-चबा कर खाएं।
साथ में एक गिलास मीठा दूध पीते रहे।
इसके बाद जब अच्छी भूख लगे तभी भोजन करें।
यह योग शरीर के लिए तो पौष्टिक है ही, साथ ही दिमागी ताकत और तरावट के लिए भी बहुत गुणकारी है।
छात्र-छात्राओं को यह नुस्खा अवश्य सेवन करना चाहिए।
इसमें मिठास के लिए भरपूर मिश्री मिला लें।
250 ग्राम बीज निकाले हुए मुनक्केे और 100 ग्राम बादाम छिला हुआ बादाम लें
दोनों को खूब कूट पीसकर और गोंद-घी के पेस्ट में मिला दें।
सुबह नाश्ते के रूप में इसे दो चम्मच (बड़े) यानी लगभग 20-25 ग्राम मात्रा में खूब चबा-चबा कर खाएं।
साथ में एक गिलास मीठा दूध पीते रहे।
इसके बाद जब अच्छी भूख लगे तभी भोजन करें।
यह योग शरीर के लिए तो पौष्टिक है ही, साथ ही दिमागी ताकत और तरावट के लिए भी बहुत गुणकारी है।
छात्र-छात्राओं को यह नुस्खा अवश्य सेवन करना चाहिए।