ध्यानविवेकानन्द जी ने ध्यान करने के लिए जो सबसे उपयुक्त विधि बतलाई थी वो उनकी पुस्तक राजयोग मैं वर्णित है ,उसके अध्यन से जो मैंने समझा और फॉलो कर के देखा तो ध्यान की निम्नलिखित विधि समझ मैं आयी।
एक कम्बल के आसन पर पद्मासन, या ना कर सकते हों तो सुखासन मैं, पूर्व की तरफ मुख रख कर बैठ जाएँ, और अपने भीतर चल रहे विचारों पर ध्यान लगाएं,अपने मन से यह सोचें कि मैं साक्षी हूँ और मुझे अपने भीतर उत्पन्न हो रहे विचारों पर नियंत्रण करना है मुझे मन को वैसे ही शांत करना है जैसे निरंतर कंकरी फैंकने से पानी मैं उत्पन्न लहरों को रोकने के लिए बहार से कंकरी फैंकना बंद करना पड़ता है जब तालाब के किनारे बैठा बच्चा कंकरी पानी मैं फैंकना बंद कर देता है तो पानी शांत हो जाता है उसमें लहरों की उत्पत्ती बंद होते ही किनारे पर बैठे हुए को, शांत पानी मैं वो स्वयं तथा उसके पीछे की
बहुत सी चीजें दिखाई देने लगती हैं।
ऐसे ही जब हम लोग मन मैं निरंतर बहार से आने वाले विचारों पर नियंत्रण कर देते है तब बहुत सी ऐसी वस्तुएं द्रष्टव्य होने लगती हैं जो अभी तक नजर या आब्जर्वेशन मैं नहीं आ पा रहीं थीं अपने पीछे के दृश्य के सामान भूतकाल तो ऐसे स्प्ष्ट दीखता है जैसे पानी पर अपने पीछे का नजारा .............
मैं यहाँ तक आपसे अपने विचार और समझ को साँझा किया है कृपया आप अपने विचार इस विषय मैं अवश्य ही लिखें ताकि ये जो स्पिरचुऐलिटी या आध्यात्म पर हम निरंतर विचार मंथन कर रहे हैं कुछ सही रास्ता पकड़ा जा सके और वास्तव मैं कुछ प्राप्त किया जा सके।
एक गहरे ध्यान के अनुभव के लिए यह आसान सुझाव अत्यंत ही प्रभावशाली है :
- समय एवं स्थान का चयन करें।
- पेट को थोड़ा खाली रखें और आराम से बैठें।
- कुछ वार्मअप/ व्यायाम एवं गहरी सांस के साथ प्रारंभ करें।
- अधिक मुस्कान रखें। और पढ़े....
आपको पता है, बस थोड़ा समय अपने ध्यान के तैयारी में खर्च करके आप वास्तव में ध्यान का एक गहरा अनुभव कर सकते हैं? जब हम खुद को ध्यान के लिए तैयार कर लेते हैं तो "ध्यान कैसे करें" और ख़ास तौर पर "घर पर ध्यान कैसे करें?" यह प्रश्न हमें आसान लगने लगता है।
शुरुआती दौर में ध्यान करने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं , जिससे आपको घर पर ध्यान करने के लिए मदद मिल सकती हैं।
आँखे बंद करके शांत बैठना कठिन लगता है ? इसके लिये चिंता न करें आप ऐसें अकेले नहीं है| ये कुछ सरल उपाय हैं, उस व्यक्ति के लिये जो ध्यान करना शुरू करना चाहता है| इस अभ्यास में जैसे आप नियमित होंगे, आप निश्चित ही इसके और गहन में जायेंगे|
शुरुआत इन ८ सरल सुझावों पर अमल करे
- सुविधाजनक समय को चुने |Choose a Convenient Time
- शांत स्थान चुने| Choose a Quiet Place
- आराम से बैठें |Sit in a Comfortable Posture
- पेट को खाली रखे | Keep a Relatively Empty Stomach
- इसे वार्मअप से शुरू करें| Start With a Few Warm-ups
- कुछ लंबी गहरी सांसे लीजिये |Take a Few Deep Breaths
- अपने चेहरे पर सौम्य मुस्कान बना कर रखें |Keep a Gentle Smile on Your Face
- अपनी आँखों को धीरे धीरे सौम्यता से खोले |Open Your Eyes Slowly and Gently
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सुविधाजनक समय को चुने |Choose a Convenient Time
ध्यान वास्तव में विश्राम का समय है, इसलिये इसे अपनी सुविधा के अनुसार करें | ऐसा समय चुने जिसमे आप को कोई परेशान न कर सके और आप विश्राम और आनंद लेने के लिये स्वतंत्र हो |
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय जब प्रकृति दिन और रात में परिवर्तित होती है, यह समय इसका अभ्यास करने लिये सबसे आदर्श है |
2
शांत स्थान चुने| Choose a Quiet Place
सुविधाजनक समय के जैसे सुविधाजनक स्थान को चुने जहां आप को कोई परेशान न कर सके | शांत और शान्तिप्पूर्ण वातावरण ध्यान के अनुभव को और अधिक आनंदमय और विश्रामदायक बनाता है |
3
आराम से बैठें |Sit in a Comfortable Posture
आप ध्यान करते समय किस प्रकार से बैठ रहे हैं उससे बहुत फर्क पड़ता है| यह निश्चित कर ले कि आप आराम से बैठे हैं| सुखद और स्थिर बैठना बहुत आव्यशक है| सीधे बैठें और रीड की हड्डी सीधी रखे, अपने कंधे और गर्दन को विश्राम दे और पूरी प्रक्रिया के दौरान आँखे बंद ही रखें | ध्यान करते समय आपको पद्मासन में बैठने की आव्यशकता नही है| आप आराम से चौकड़ी मार कर (आलती-पालती) भी बैठ सकते हैं|
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पेट को खाली रखे | Keep a Relatively Empty Stomach
भोजन से पहले ध्यान का अच्छा समय होता है| भोजन के बाद में आप को नींद लग सकती है| जब आप को काफी भूख लगी हो तो ध्यान करने का अधिक प्रयास न करें| भूख की ऐंठन के कारण आपको इसे करने में कठिनाई होगी और हो सकता है कि पूरे वक्त आप सिर्फ खाने के बारे में सोचे| ऐसें में आप भोजन के दो घंटे उपरांत ध्यान कर सकते हैं|
5
इसे वार्मअप से शुरू करें| Start With a Few Warm-ups
थोड़ी देर का वार्मअप या सूक्ष्म योग ध्यान के पहले करने से आपका रक्त के परिसंचरण में सुधार होता है, शरीर की जड़ता और बैचेनी दूर होती है और शरीर हल्का महसूस होता है| आप स्थिरता के साथ अधिक समय बैठ सकेंगे|
6
कुछ लंबी गहरी सांसे लीजिये |Take a Few Deep Breaths
यह आसानी से ध्यान करने की तैयारी है| ध्यान के पहले गहरी सांस लेना और छोड़ना और नाड़ी शोधन प्राणायाम करना अच्छा होता है| इससे सांस की लय स्थिर हो जाती है और मन शांतिपूर्ण ध्यान अवस्था में चला जाता है|
7
अपने चेहरे पर सौम्य मुस्कान बना कर रखें |Keep a Gentle Smile on Your Face
आप फर्क महसूस करेंगे| एक निरंतर सौम्य मुस्कान से आप आराम औए शांति महसूस करेंगे और यह आपके ध्यान के अनुभव को बढ़ाता है|
8
अपनी आँखों को धीरे धीरे सौम्यता से खोले |Open Your Eyes Slowly and Gently
जैसे आप ध्यान के अंत में पहुंचे तो अपनी आँखों को खोलने में जल्दी न करें और चलने न लग जायें| अपनी आँखे धीरे धीरे खोले और अपने प्रति और वातावरण के प्रति सजग होने के लिये समय लें|
यदि आप जीवन में उत्साह की कमी महसूस कर रहे हैं और आपकी भावनात्मक समस्याएं आपके काम पर असर दाल रही हैं तो आपको ध्यान का सहारा अवश्य लेना चाहिए| आपके दैनिक जीवन की समस्याओं को सँभालने के लिए ध्यान काम आ सकता है| ध्यान सीखने के लिए दिए गए फॉर्म को ज़रूर भरें