*किसी ने कहा ---जब हर कण कण मे भगवान है तो तुम मंदिर क्यूँ जाते हैं।*
*बहुत सुंदर जवाब*
*हवा तो धुप में भी चलती है पर आनंद*
*छाँव मे बैठ कर मिलता है*
*वैसे ही भगवान सब तरफ है पर*
*आनंद मंदिर मे ही* *आता है।।*
*बहुत सुंदर जवाब*
*हवा तो धुप में भी चलती है पर आनंद*
*छाँव मे बैठ कर मिलता है*
*वैसे ही भगवान सब तरफ है पर*
*आनंद मंदिर मे ही* *आता है।।*
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