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नवग्रह बिजात्मक दुर्लभ प्रयोग

 


नवग्रह मतलब 9 ग्रह जो है ....


1.सूर्य

2.चंद्र

3.भौम या मंगल 

4.बूध

5.बृहस्पति

6.शुक्र 

7.शनि

8.राहु

9.केतु


इस तरह से पूरे नो ग्रह होते है और कहते है व्यक्ति के दुख सुख और उनकी सफलता असफलता के लिए काफी हद तक संबंधित ग्रह जिम्मेदार होते है.....


सो आप समझ ही सकते है कि ग्रहों का प्रभाव किस हद तक हम पे रहता है....


तो काफी गुरुभाई इस कड़ी में नवग्रह साधना खोजते है....


वैसे तो काफी विधान है नवग्रह साधना के पर यहां मे आपको सबसे उपयुक्त सबसे आसान और दुर्लभ साधना .....


पोस्ट कर रहा हु सद्गुरुदेब निखिलं प्रदत....


सामग्री 

नवग्रह माला

नवग्रह यंत्र

ओर नवग्रह गुटिका या पारद गुटिका


आसन वैसे सफेद रहे तो बेहतर बाकी पिला आसान भी चलेगा...


वस्त्र धोती ओर गुरुचादर


9 दिन की साधना है.....


नित्य एक माला गुरुजी ने कहा लेकिन आप 9 दिनों में 10 हजार जाप कर ले इस साधना का...


सबसे पहले सुबह मे गुरु पूजन पश्चात सद्गुरुदेब से आशीर्वाद ले के इसे शुरू कर सकते है......


सामने प्राण प्रतिस्ठा युक्त नवग्रह यंत्र का पंचामृत से स्नान कर उसे एक प्लेट पे स्थापित करे....


उसके साथ गुटिका भी रखे फिर उनका पनचोपाचर पूजन कर...


निम्न मंत्रो का एक माला नवग्रह माला से जाप करे ...


मंत्र है....


ॐ सम् चम् भम् बुम् ब्रम् शुम् शम् राम् केम् ॐ


यह नवग्रह के बिजातमक मंत्र है ....


कैसे समझता हूं ....


सम्- यहां स सूर्य ग्रह को रिप्रेजेंट कर रहा है ओर उसमे म् कार का प्रयोग किया गया है...


चम्- यहां च चंद्र ग्रह को रिप्रेजेंट कर रहा है ओर इसमे म् कार का प्रयोग किया गया है....


भम् यहाँ भ भोम ग्रह यानी मंगल ग्रह को संबोधित किया गया है....


कई लोग यहां भम् की जगह मम् का उच्चारण करते है जो पूरी तरह से सही ना है...


कारण तंत्र ग्रंथो में मंगल को भोम ग्रह से संबोद्धित किया है इसलिए मम् के जगह भम् का उच्चारण सही है और उपयुक्त है....


ऊपर से सद्गुरुदेब भी मंत्र मे भम् बोल रहे है इस विषय मे शंशय ना रखना आप....


बुम्- यहां बु बुध ग्रह को रिप्रेजेंट कर रहा है ओर इसमे म् कार का प्रयोग किया गया है....


ब्रम्- यहां ब्र बृहस्पति ग्रह को रिप्रेजेंट कर रहा है ओर इसमे म् कार का प्रयोग किया गया है....


शुम्- यहां शु शुक्र ग्रह को रिप्रेजेंट कर रहा है ओर इसमे म् कार का प्रयोग किया गया है...


शम्- यहाँ श शनि ग्रह को रिप्रेजेंट कर रहा है ओर इसमे म् कार का प्रयोग किया गया है....


राम् यहां रा राहु ग्रह को रिप्रेजेंट कर रहा है ओर इसमे म् कार का प्रयोग किया गया है....


केम्- यहां के केतु ग्रह को रिप्रेजेंट कर रहा है ओर इसमे म् कार का प्रयोग किया गया है....


सो आप समझ ही गए होंगे कि नवग्रह का यह बिजतामक साधना है.....


साथ ही इस मंत्र की महत्ता आप इस बात से जान सकते है कि माताजी स्वयम इस मंत्र का नित्य जाप करती थी....


ओर यह सद्गुरुदेव स्वयम वीडियो में बोल रहे है आप सुन लीजिए....


सो आपका कोई एक ग्रह कमजोर हो या अधिक ....


एक बार 9 दिन का अनुश्ठान पूर्ण करने के बाद....


आप नित्य दैनिक पूजन पश्चात सिर्फ 11 या 21 बार भी इस मंत्र का जाप करते है....


तो सभी ग्रह जो कमजोर भी है आपका वो सब जीवन मे आगे बढ़ने और लक्ष्य प्राप्ति मे आपके सहायक होंगे ....


सो नवग्रह के किसी विशेष मंत्रो के चक्कर मे ना पर के इस मंत्रो का 9 दिन एक बार अनुश्ठान कर इसे अपने दैनिक स्थान दे के इसका लाभ ले ....


आशा है इस साधना से आप लाभ लेंगे .....



जय सद्गुरुदेब जय माँ भगवती


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