अनुलोम-विलोम एक प्राचीन योग तकनीक है, जिसे प्राणायाम के अंतर्गत माना जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य श्वसन तंत्र को सुधारना और मन को शांति प्रदान करना है।
### अनुलोम-विलोम की प्रक्रिया:
1. **आरंभिक स्थिति**: सीधे बैठें, आँखें बंद करें और शांति से श्वास लें।
2. **नथुने का उपयोग**:
- दाहिने हाथ के अंगूठे से दाहिने नथुने को बंद करें।
- बाएँ नथुने से गहरी श्वास लें।
- फिर बाएँ नथुने को बंद करें और दाहिने नथुने से श्वास छोड़ें।
- अब दाहिने नथुने से गहरी श्वास लें।
- फिर दाहिने नथुने को बंद करें और बाएँ नथुने से श्वास छोड़ें।
3. **चक्र को दोहराना**: इस प्रक्रिया को क्रमिक रूप से दोहराते रहें।
### लाभ:
- तनाव और चिंता को कम करता है।
- श्वसन तंत्र को मजबूत करता है।
- मानसिक स्पष्टता और ध्यान में वृद्धि करता है।
- रक्त संचार को सुधारता है।
अनुलोम-विलोम का नियमित अभ्यास शरीर और मन के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।
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