👉👉हमर छत्तीसगढ़ के ज्ञान बात👇👇👇👇👇👇👇
गाड़ा बिना धुरा के
खटिया बिना खुरा के
देवार बिना सूरा के
*उहु का काम के।*
आदमी बिना पेट के
हसिया बिना बेट के
समधी बिना भेंट के
*उहु का काम के।*
साग बिना लौकी के
घर बिना डौकी के
बेलना बिना चौकी के
*उहु का काम के।*
संतरा बिना चानी के
राजा बिना रानी के
नहर बिना पानी के
*उहु का काम के।*
भौरा बिना बाटी के
गोड़ बिना साटी के
राउत बिना लाठी के
*उहु का काम के।*
आदमी बिना हांसी के
महल बिना दासी के
बटकी बिना बासी के
*उहु का काम के।*
पेड़ बिना पान के
खेत बिना धान के
आदमी बिना कान के
*उहु का काम के।*
बरा बिना दार के
घेंच बिना हार के
तरिया बिना पार के
*उहु का काम के।*
गाड़ा बिना भईसा के
दुनियां बिना पईसा के
रोटी बिना अइरसा के
*उहु का काम के।*
लड्डू बिना बुंदी के
अंगठी बिना मुंदी के
मुड़ बिना चुन्दी के
*उहु का काम के।*
नदिया बिना सागर के
खेत बिना नांगर के
आदमी बिना जांगर के
*उहु का काम के।*
आदमी बिना ज्ञान के
घर बिना सियान के
लईका बिना धियान के
*उहु का काम के।*
🙏🌹पढ़ लेहे मैसेज
ज्ञान बात के .....
अउ नाइ भेजे कोनो ला
उहु कोन काम के।।
🌹🙏🙏🙏🌹
गाड़ा बिना धुरा के
खटिया बिना खुरा के
देवार बिना सूरा के
*उहु का काम के।*
आदमी बिना पेट के
हसिया बिना बेट के
समधी बिना भेंट के
*उहु का काम के।*
साग बिना लौकी के
घर बिना डौकी के
बेलना बिना चौकी के
*उहु का काम के।*
संतरा बिना चानी के
राजा बिना रानी के
नहर बिना पानी के
*उहु का काम के।*
भौरा बिना बाटी के
गोड़ बिना साटी के
राउत बिना लाठी के
*उहु का काम के।*
आदमी बिना हांसी के
महल बिना दासी के
बटकी बिना बासी के
*उहु का काम के।*
पेड़ बिना पान के
खेत बिना धान के
आदमी बिना कान के
*उहु का काम के।*
बरा बिना दार के
घेंच बिना हार के
तरिया बिना पार के
*उहु का काम के।*
गाड़ा बिना भईसा के
दुनियां बिना पईसा के
रोटी बिना अइरसा के
*उहु का काम के।*
लड्डू बिना बुंदी के
अंगठी बिना मुंदी के
मुड़ बिना चुन्दी के
*उहु का काम के।*
नदिया बिना सागर के
खेत बिना नांगर के
आदमी बिना जांगर के
*उहु का काम के।*
आदमी बिना ज्ञान के
घर बिना सियान के
लईका बिना धियान के
*उहु का काम के।*
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अउ नाइ भेजे कोनो ला
उहु कोन काम के।।
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