*किसी ने गुरु से पूछा की , 5 छिद्रों वाले घड़े को कैसे भरेंगे ?*
*गुरु ने मुस्कान के साथ उत्तर दिया -पानी में ही डूबा रहने दो ;भरा ही रहेगा !*
*इसी तरह हमारी 5 इन्द्रियाँ परमात्मा में ही डूबी रहेंगी तो संसार क्या बिगाड़ लेगा*
*तन की जाने, मन की जाने,*
*जाने चित की चोरी ।*
*उस प्रभु से क्या छिपावे*
*जिसके हाथ है सब की डोरी ॥*
*गुरु ने मुस्कान के साथ उत्तर दिया -पानी में ही डूबा रहने दो ;भरा ही रहेगा !*
*इसी तरह हमारी 5 इन्द्रियाँ परमात्मा में ही डूबी रहेंगी तो संसार क्या बिगाड़ लेगा*
*तन की जाने, मन की जाने,*
*जाने चित की चोरी ।*
*उस प्रभु से क्या छिपावे*
*जिसके हाथ है सब की डोरी ॥*
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