जो आप सोचते हो,चाहे नकारात्मक विचार या सकरात्मक विचार वो आप के ऊपर काम करना चालू कर देता है । आप अपना भविष्य निर्माता खुद हो।
सभी के लिए एक समान काम करता है, वो सज्जन हो या दूरज्जन।
सोच बदलो आप की दुनिया बदल जाएंगी।
अपने ऊपर भरोसा रखो, खुद से प्यार करो, दुनिया से प्यार हो जाएगा। पूरी दुनिया आपकी तरफ आकर्षित होने लगेगी, चाहे पैसा, इज्जत,सुख - शान्ति, सब कुछ मिलेगा आप को।
जैसा सोचोगे वैसा पावोगे।
साथ में आप को vesualize करना पड़ेगा ।
मेरे पास वो सभी सुख सुविधा है, मै सभी से प्रेम करता हूं,
आकर्षण का कानून यह कहता है कि आप जैसे विचारों पर ध्यान केंद्रित करते हो वैसा ही अनुभव आपको जीवन में होता है। यह विश्वास इस विचार पर आधारित है कि जो लोग और उनके विचार “शुद्ध ऊर्जा” से बने होते हैं, और “सामान ऊर्जा” उसी तरह की उर्जा को आकर्षित करने की प्रक्रिया से एक व्यक्ति अपने स्वास्थ्य, धन और व्यक्तिगत संबंधों में सुधार कर सकता है।
आपको अपने जीवन में जो चीज़ चाहिए आपको उसकी मन में इस तरह कल्पना करनी चाहिए, जैसे कि वो आपको पहले ही मिल चूका हो या आपके साथ वो हो चूका हो।
इस तरह से आपकी सकारात्मक विचार करने की क्षमता बढ़ेगी इससे आप सकारात्मक अनुभव और आपकी मन चाही चीजों को आप यूनिवर्स की मदद से आकर्षित कर पाओगे, लेकिन इस आकर्षण के सिद्धांत को अबतक कोई भी वैज्ञानिक तौर पर साबित नहीं कर पाया है| पर हज़ारो लोगो ने इसकी मदद से अपनी ज़िन्दगी बदली है, इसलिए ये काम करता है।
ऐसा दावा भी किया जाता है कि, आकर्षण के इस सिद्धांत का अनुकरण करने से बहुत लोगों की ज़िन्दगी में बदलाव आये हैं। इन लोगो में से हॉलीवुड के कई दिग्गज एक्टर्स का नाम भी शामिल है, जिन्होंने आकर्षण के सिद्धांत के उपयोग से अपने जीवन में मनचाही चीजों और परिस्थितियों को आकर्षित कर एक उच्च मुकाम प्राप्त कर लिया है।
इस सिद्धांत को universally भी माना जाता है, मतलब यह हर तरफ से लागु होता है, और हम जिस चीज़ को आकर्षित करते हैं, अंतिमत: उसी को ही पाते हैं।
आपको बता दें कि ऐसा नहीं होना चाहिए की आपको चाहिए एक चीज़ और आप कल्पना कर रहे हो एक से ज्यादा जा फिर किसी और चीज़ की। इस वजह से ये सिद्धांत फ़ैल(faill) हो सकता है। आपको उसी चीज़ के बारे में कल्पना करनी होगी, जिस चीज़ को आप असल में चाहते हो और जिसके आप हकदार हो।
किसी बड़े लेखक का कहना है की आपकी भावना और आपके विचार से ही आप जिस चीज़ को चाहते हो उसे जितना हो सके उतना सरल ढंग से सोचो और उस चीज़ के बारे में सकारात्मक ही सोचो। वो सोच और भावना का संयोजन ही है, जो उस चीज़ को आकर्षित करता है।
उस लेखक के अनुसार चिंता, भय, तनाव या अन्य नकारात्मक विचार लोगों को बीमार करते हैं, जबकि प्रेम के सकारात्मक विचार लोगों को स्वस्थ और यहां तक कि बीमारियों का इलाज भी कर सकते हैं। इसीलिए अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने और बीमारी का इलाज करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अपने आपको स्वस्थ होने के रूप में कल्पना करने में सक्षम होना है।
इसके विपरीत अगर कोई व्यक्ति लगातार सोचता है कि वह गरीब हैं, तो यह उनका भविष्य का अनुभव हो जायेगा और वो असल में गरीब ही रह जायेगा। आकर्षण का कानून हमेशा आपके विचारों के लिए आज्ञाकारी रहा है, इसीलिए अगर आप बुरा सोचोगे तो आपको बुरा ही मिलेगा और अच्छा सोचेगे तो आपको अच्छा ही फल मिलेगा। इस सिद्धांत की मदद से आप अपने प्यार को भी हासिल कर सकते है।
Law of Attraction एक प्राकृतिक सत्य है| जब हम किसी चीज को सच्चे दिल से चाहें तो एक अद्भुत प्राकृतिक शक्ति उस लक्ष्य को प्राप्त करने में हमारी मदद करने लग जाती है| हमारी सारी समस्याएं दूर होने लगती है और सारे बंद दरवाजे अपने आप खुलने लगते है|अगर आप जीवन में सफल होना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको इस सिद्धांत का पालन करना ही होगा ……….
मुझे नहीं पता की आपकी Present स्थिति कैसी हैं | मैं तो केवल इतना जानता हुँ कि आपकी सफलता के लिए आपको इस सिद्धांत का पालन करना ही होगा, इस पर अटूट विश्वास करना ही होगा , तभी आप अपनी Choice की हर वस्तु ,हर मुकाम को पा सकते हो ,ये money हो सकता हैं, ये Popularity हो सकती है और चाहे ये आपका कितना भी मुस्किल Target हो सकता है ,आप उसको प्राप्त कर सकते हो |
आपकी present और past condition कैसी भी हो ,यह matter नहीं करता हैं |matter यह करता हैं कि आप कहाँ जाना चाहते हों , आखिर आप चाहते क्या हो ?
अब हमारें मन में आता हैं कि आखिर यह आकर्षण का सिद्धांत कैसे काम करता है ?
जितना मेनें इसको समझा, मैं आपके साथ वही share कर रहा हुँ…..
The Law of attraction is always working….
आकर्षण का यह सिद्धांत आपको सब कुछ देता हैं ,खुशियाँ, सेहत और दौलत |
हम जो कुछ भी चाहे पा सकते हैं, चाहें वो कितना भी बड़ा क्यों ना हों |
हमें यह पता होना चाहिए कि आखिर हम चाहतें क्या हैं |यह बिलकुल स्पष्ट होना चाहिए ,
बिलकुल clear consious picture हमारें पास होनी चाहिए |
हमें स्पष्ट पता होना चाहिए कि ,हमारी असली चाहत क्या हैं?
हम जो भी सोच रहे होते हैं उसे हम attract कर रहे होते हैं
for example.
अगर मैं अपने आपको एक चुम्बक मान लूँ तो मैं जानता हुँ कि दुसरें चुम्बक मेरी और आकर्षित होगें |
एक बार फिर मैं आपको यह बताना चाहता हुँ कि हमें यह स्पष्ट रूप से मालूम होना चाहिए कि हम क्या चाहते हैं |।
आखिर हमें चाहिए क्या?
जैसा हम सोचते हैं हम वैसे ही बन जाते हैं आपके विचार ही आपकी जिंदगी को बनातें हैं और इसका जवाब छुपा हैं तीन आसान शब्दों में
विचार बनायें जिंदगी
हमेशा उसके बारें में सोचों जो आप पाना चाहते हो ,उसके बारें में नहीं जों आप नहीं चाहतें |
हम हर चीज को अपनी और आकर्षित करते हैं ,चाहें वों कुछ भी हो और कितना भी मुस्किल क्यों ना हों |
अपना हर दिन एक खुशनुमा अहसास के साथ शुरू करें फिर देखिए आपका पुरा दिन कितना खुशनुमा गुजरता हैं |
आपकी हर इच्छा पुरी होती हैं |
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ब्रह्माण्ड से अपने भगवान से माँगें जो आप पाना चाहते हैं |
1 प्रश्न करें माँगें जो आप चाहते हैं |
आखिर आप चाहते क्या हैं ?
आप जो भी चाहते हैं उसे कागज पर लिख डालें |
आपकों लिखना हैं कि आपकी जिंदगी कैसी हो ?
आप जो भी चाहते हैं उसे लिख डालें ,
बिलकुल स्पष्ट लिखें हो सके तो उसको लिख कर अपनी pocket में रखें,
आप जो भी चाहते हो उसकी list बना लिजिए |यहां तक कि इसमें यह भी लिख दें कि आपको यह कब तक चाहिए date लिखें यहाँ तक कि time भी लिख दें |
सृष्टि को अपने menu card की तरह use करें
पहले लिख दें जो भी आप चाहते हो, फिर आदेश दें
2 विश्वास ………|
विश्वास करें कि जो आप चाहते है ,वो आपको मिल चुका है |
विश्वास अटूट होना चाहिए।
एक फिर दौराना चाहता हुँ ,अटूट विश्वास |
वो कहते हैं ना कि अगर आप कुछ भी किसी को भी पूरी सिद्धत से चाहते है, तो पूरा ब्रह्माण्ड आपको उससे मिलाने कि साजिस करता है |
यह ब्रह्माण्ड सब अपने आप कर देगा |
शक करने की कोशिश ना करें |
अपने शक को अपने अटूट विश्वास में बदल दें|
3 प्राप्त करना ………|
महसूस करे कि वो आपको मिल चुका है,
महसूस करें जैसा आप उस चीज को पाकर करतें ,
जब हम कल्पना को वास्तविकता में बदलतें हैं ,तो और भी बेहतर कल्पनाएँ जन्म लेती हैं |
जो आप चाहतें है, उसका अहसास जगाएँ |
जो आप चाहते हो ,उसे जाकर देखें ,उसे छु कर देखें |
विश्वास करें कि वो आपकी हो चुकी हैं|
जब अन्तर आत्मा कुछ करने को कहती है तो करियें
विश्वास के पहले पायदान पर चढें ,आपकों पुरी सीढी चढनें की जरूरत नहीं हैं |
सिर्फ पहली सीढी चढें !
सबसे अहम बात आप जैसा सोचोगे प्रकृति आपको वहीं देगी , निर्णय आप के ऊपर है,सुख सुविधा या हमेशा दुःख।